OCTOBER Movie Review in HINDI (अक्टूबर फिल्म की समीक्षा)
नमस्कार दोस्तों
में आज पहली बार अपना हिंदी में ब्लॉग लिख रहा हूँ, आज में नयी फिल्म अक्टूबर (OCTOBER)
की समीक्षा करूँगा. फिल्म शुरू होती है dan (वरुण धवन) से जो बिलकुल ही लापरवाह
है, एक होटल में अपने दोस्तों के साथ इंटर्नशिप करते हुए रोज़ की परेशानियों से तंग
आ चुका है. शिउली (बनिता संधू) जो उसके साथ ही होटल में इंटर्नशिप कर रही थी, बार
बार उसके इस रवैये को देख कर उस पर गौर करती थी. एक दिन रात को ऑफिस के बाद जब और
लोग पार्टी कर रहे थे, बातें करते हुए शिउली dan के बारे में पूछती है और अचानक से
फिसल कर तीसरी मंजिल की छत से नीचे गिर जाती है.
जब dan वापिस आता
है तब उसको पता चलता है की इतनीं बड़ी दुर्घटना हो गई है, उसके बाद सब मिल कर शिउली
की देखभाल करते हैं हॉस्पिटल में. पर dan कभी बी उस बात को नही भूल पता की शिउली
अपनी आखिरी बात में उसके बारे में क्यूँ पूछती है. इसके बाद वो शिउली की देखभाल
में लग जाता है. उसके और दोस्त धीरे धिरे अपनी रोज़ की जिंदगी जीने लगते हैं पर dan
शिउली को नही भूल पता है, और आखिरी तक उसके परिवार को और शिउली को जिंदगी जीने के
लिए प्रोत्सहित करता रहता है. इस फिल्म में dan के बदलते हुए स्वरुप को दिखाया गया
है, की कैसे एक लापरवाह लड़का किसी के लिए अपनी पूरी दुनिया बदल देता है.
इस फिल्म के
निर्देशक शूजित सरकार हैं, एस फिल्म से पहले वे PIKU (पिकू), Madras Cafe (मद्रास
कैफ़े) और Vicky Donor (विक्की डोनर) जैसी फिल्म बना चुके हैं, जो दर्शकों को काफी
पसदं आई थी. अगर आप इस फिल्म को देखना कहते हैं तो आपको काफी धैर्य की जरुरत है,
क्यूंकि फिल्म काफी धीमे धीमे आगे बदती है, फिल्म में ना गाना है और नो ही यह कोई
ऐसी मूवी जिसमे लड़ाई हो या कुछ एडवेंचर हो. हाँ इस फिल्म में वरुण धवन की एक्टिंग
काफी अच्छी है, और कई जगह पे अगर समझ सके तो आप को हँसाएगी भी बहुत. मुझे इस पूरी
फिल्म में वरुण धवन का शानदार अभिनय लगा. इस फिल्म को 5 में 3 स्टार दूंगा वो भी
सिर्फ वरुण धवन के अभिनय के लिए.
अभिनय – 4
कहानी – 3
निर्देशन – 3
आज के लिए इतना
ही, आगे में और भी हिंदी फिल्मों की समीक्षा करूँगा अगर आज का हिंदी ब्लॉग आप
लोगों को अच्छा लगा तो, किसी भी सुझाव के लिए प्लीज नीचे अपना कमेंट दें.
धन्यवाद.
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